विवाह के समय घर में कैसे चहल-पहल होती है?

विवाह के समय घर में कैसे चहल-पहल होती है?


विवाह के समय घर में कैसे चहल-पहल होती है !


  • विवाह मे क्या  होता  हैं .यह  तो सबको हि पता है  .पुरा घर एक दम चारो तरफ भरा रहता है  .हर कमरे समान से भरे रहते है सब  समान इधर उधर लगा रहता  हैं  .


  • विवाह  एक एसा  fantion  होता हैं  जिसमे शादि का मतलब क्या होता हैं .शादि का महत्व क्या है    यह सारि बाते पता चलति हैं  .


  • विवाह में  हमको शादि का अर्थ  और शादि के नियम सब समज में  आते है कैसे एक इन्सानन दुसरे इन्चसान  से जुडता हैं और एक दुसरे से वचन   लिया जाता हैं  और इसे निभाया भि जाता हैं  . 


  • कैसे दो अनजान लोग आपस में  जुडते और  दो परिवार भि साथ में  जुडते हैं  . विवाह के कार्यक्रम हमे शादी  कि परिभाषा  भि समज में  आते  हैं  . शादि एक वो रिशता हैं  जो दो इन्सान लाइफ टाइम  निभाते हैं  .
  • विवाह के समय घर में कैसे चहल-पहल होती है यह हर घर कि टहानि होति हैं जिस घर में शादी का समारोह होता हैं .वह घर दुर से हि चमकने लगता हैं .
  • उस घर में  से आतनि अवाज आति हैं  .घर के चारो तरफ लाइटिग चमकति हैं  .घर के अन्दर बहोत छोटे बच्चे आगन में  खेलते हैं  .घर कि सभि औरते  रसोई घर में  हस कर मिल जुल कर काम कर रहि हैं  .


  •  घर के बाहर सभि बडे लोग मेहमान आपस में  बैठ कर चात्र पि रहे  हैं  गप सब कर रहे हैं  . सारा घर में  चारो तरफ चहल पहल हुई रहती हैं  .



  • हर इन्सान के दिमाग में  ये बात जरूर आति हैं , कि क्या दुनिया मे हर इन्सान  को क्या शादी करना जरूरी है , यह भि एक सवाल हैं .


  •  इसका जवाब तो अभि तक कोई नहीं  दे पाया बहोत से लोग केहते हैं  शादी  करना जरूरी  भि और नहीं  भि वो आपके उपर हैं  .  


  • शादि  के उपर भि काफि लोगो ने निबन्ध लिखा है  . लेकिन शादि को लेकर हर इन्सान कि अपनि अलग अलग अवधारना होता हैं  .किसि के लिए शादि कुछ भि नहि होति और किसि के लिए  शादि उसकि पुरि  life  होति हैं  . 


  •  कहि कोई खा रहा हैं  तो कहि घर कि औरते गाना गा रहि हैं  तो कहि डिजे या टिवि चल रहि हैं  .कहि छत पर सब बिसतर बिछा कर सब साथ में लेटे हैं  .


  • तो कहि विवाह के समान कि लिसट बन रहि हैं  .और जिस दिन विवाह का दिन होता हैं  उस दिन  कि बात हि मत पुछो बाप रे सुबह से हि  पुरा दिन सब इतने बिजि रेहते  हैं  .



  • मानो किसि को किसि को  पेहचानने का टाइम हि नहीं  रेहता पुरा दिन सब तैयार होने कि ब्यसथा  करते रहते बरातियो के आने उनके रेहने  कि तैयारि होति रहति हैं  और घर के बाहर इतनि लाइट इतना उजाला होता है  .



  • एसा लगता है मानो सारे आसमान के  सारे तारे आज इस विवाह वाले घर के बाहर आ जाते हैं  . इस तरह विवाह वाले घर कि चहल पहल से बाहर पडोसि और आस पास सभि इससे खुश हो जाते हैं 



  • में  उम्मीद  करता हु आपको यह पोस्ट " विवाह के समय घर में कैसे चहल-पहल होती है  "  पसन्द आये इसमे कोइ भि कमि या आपका कोई भि   सवाल हो आप मुजसे पुछ सकते हैं  .











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